PM Kisan Yojana: 16वीं किस्त के लाभार्थियों की संख्या में सकती है घट्ट
नई दिल्ली – मोदी सरकार ने फरवरी 2019 में देश की सबसे बड़ी महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की थी। अभी तक इस योजना की कुल 15 किस्तें किसानों के खाते में ट्रांसफर की है। लोगों को अब 16वीं किस्त का इंतजार है। 16वीं के लिए केंद्र सरकार ने कुछ नियमों का अनिवार्य कर दिया है। बता दें कि 16वीं किस्त के रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। ऐसे में अगर आप घर बैठे अपना स्टेटस चेक करना चाहते हैं। तो यह खबर आपके लिए है। इस वीडियो में हम आपकों बताएंगे कि पीएम किसान ऐप के जरिए अपना स्टेटस कैसे चेक कर सकते हैं।
भारत सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना
देश में करोड़ों गरीब किसानों को भारत सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। इस स्कीम का लाभ उन्हीं किसानों को दिया जाता है, जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम खेती योग्य जमीन है। इस स्कीम के अंतर्गत सरकार किसानों को तीन किस्तों के माध्यम से हर साल 6 हजार रुपये की राशि प्रदान करती है। देश में एक बड़ी आबादी सीधे तौर पर कृषि क्षेत्र पर निर्भर है। इसी को देखते हुए सरकार इस योजना के माध्यम से खेती करने वाले गरीब किसानों की मदद कर रही है। इस योजना के माध्यम से सरकार किसानों को बेहतर अजीविका प्रदान करके उनको आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। हाल ही में भारत सरकार ने खूंटी, झारखंड में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 16वीं किस्त को जारी किया था।
किसान गलत ढंग से योजना का लाभ
देश में आज के समय करोड़ों किसान गलत ढंग से योजना का लाभ उठा रहे हैं। ऐसे में सरकार इन किसानों के प्रति काफी सख्त है। इस कारण पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों की संख्या में कमी आ सकती है। पिछली बार वे किसान जिन्होंने भूलेखों का सत्यापन नहीं कराया था। उनका नाम लाभार्थी लिस्ट से बाहर कर दिया गया था। यही सूरतेहाल अगली किस्त में भी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा जिन किसानों ने योजना में अपनी ई-केवाईसी नहीं कराई है। उनका नाम भी लाभार्थी लिस्ट से बाहर हो सकता है। आप नजदीकी जनसेवा केंद्र पर जाकर या पीएम किसान पोर्टल पर विजिट करके आसानी से पीएम किसान सम्मान निधि योजना में अपनी ई-केवाईसी करा सकते हैं।
सरकार ने पीएम किसान स्कीम का लाभ
सरकार ने पीएम किसान स्कीम का लाभ पाने के लिए जमीन सत्यापन और ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया है। अगर कोई किसान ई-केवाईसी और जमीन का सत्यापन नहीं किया है तो उन्हे योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इस वजह से देश के कई किसानों को योजना की 15वीं किस्त का लाभ नहीं मिला है। किसान आसानी से पीएम किसान पोर्टल या फिर सीएससी सेंटर में जाकर केवाईसी करवा सकते हैं। पीएम किसान के लिए रजिस्ट्रेशन करते समय कोई भी गलती होती है तब भी किसानों को योजना का लाभ नहीं मिलता है। इसके अलावा वह लाभार्थी लिस्ट से बाहर हो सकते हैं। इस वजह से किसान को आवेदन करते समय भूल कर भी कोई गलती नहीं करनी चाहिए।