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एंटीलिया केस : अब NIA करेगी मनसुख हिरेन मौत की जांच


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मुंबई – पिछले महीने देश के जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर एक संदिग्ध स्कॉर्पियो मिली थी। जांच के बाद उसमें विस्फोटक बरामद हुआ। इसके बाद से इस केस में रोजाना नए ट्विस्ट आ रहे हैं। शुरू में महाराष्ट्र पुलिस ने मनसुख हिरेन को संदिग्ध स्कॉर्पियो का मालिक बताया था, लेकिन बाद में उनका शव मुंब्रा में मिला। जिसकी जांच पुलिस और एटीएस कर रही थी, लेकिन अब खबर आ रही कि इस केस को एनआईए ने टेकओवर कर लिया है।

यानि की मनसुख हिरेन की मौत की जांच अब केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिया है। हिरेन का शव ठाणे में एक क्रीक में पाया गया था। आतंकवाद-रोधी जांच एजेंसी ने 13 मार्च को मुंबई के पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किया था। उन्हें 25 मार्च तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया गया है। दोनों मामलों के तार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। एनआईए ने काले रंग के मर्सिडीज बेंज को भी जब्त कर लिया, जिसका इस्तेमाल वाजे ने किया था। मर्सिडीज के अलावा, एनआईए ने 5 लाख रुपये नकद, एक करेंसी नोट गिनने की मशीन और कुछ कपड़े भी जब्त किए।

अब तक इस केस की जांच महाराष्ट्र एटीएस के पास थी। वहीं दूसरी ओर जब एंटीलिया केस में एनआईए ने मोर्चा संभाला था, तभी राज्य सरकार ने उस पर आपत्ति जताई थी। उनके मुताबिक महाराष्ट्र पुलिस और एटीएस इसकी जांच में सक्षम है, लेकिन केंद्र सरकार जानबूझकर मामले में दखल दे रही है। हिरेन का शव मुद्रा के रेती बंदर इलाके में मिला था। इसका राज अभी सुलझा भी नहीं था कि शनिवार को वहां पर एक और शव बरामद हुआ। महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान 48 वर्षीय शेख सलीम अब्दुल के रूप में हुई है। फिलहाल मौत की ठोस वजहों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है।

हिरेन संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि डायटम जाचं रिपोर्ट बताती है कि जब वह (हिरेन) पानी में गिरे थे तब वह जिंदा थे। उनके फेफड़े में पानी घुस जाने का पता चला है। हमने इस डायटम बोन नमूने को हरियाणा स्थित अपराध विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा है। उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं को डायटम जांच रिपोर्ट मिल गई है लेकिन यह निर्णायक नहीं है। अधिकारी ने कहा कि विसरा, रक्त नमूने, नाखून क्लिपिंग की रिपोर्ट का भी इंतजार है। उन तीन डॉक्टरों का बयान दर्ज करेगी जिन्होंने कालवा में छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में हिरेन का पोस्टमार्टम किया था।

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